सुन बापू .. तेरे देश में, आम आदमी आम नहीं हैं, ईश्वर,अल्लाह, राम नहीं हैं, सत्य,अहिंसा कहीं नहीं है, नियत हमारी सही नहीं है, बेटी हमरी सेफ नहीं है, नेता कहते रेप नहीं है, ठगते है ढोंगी जनता को, बाबाओं के भेष में, सुन बापू ..
अश्रुपूर्ण आँखें हम सब की, थककर हारी, पंथ निहार । आ जाओ फिर से तुम बापू, सिसक रहा सारा संसार ।। एक बार तो फिर से बापू, जन्म तुझे लेना होगा। फिर समझाने राह सत्य की, बापू तुमको आना होगा ।। भटक चुके उस पथ से हम सब, तूने जो
आओ भारत को स्वच्छ बनाये ऐसा एक अभियान चलाये। सोने की चिड़िया भारत को फिर से सोने की चिड़िया बनाये। खुले में शौच ना जाना भाई ये सन्देश जन जन तक पहुंचा ना है जगह जगह हो कुड़ादान , कुड़ादान प्रयोग में लाना है बहू बेटि
जीत ली आजादी की जंग सच को बना ढाल हजारों झूठ से बड़ा है सच का..... हथियार । हिंसा को त्याग के फैलाया अहिंसा का सार सारे संसार को पढ़ा किया शांति का प्रचार । जातपात को मिटा किया दलित का उद्धार जन जन में पैदा किया ... प्रे
2 अक्टूबर को जन्म लिया था, नाम लाल बहादुर शास्त्री था, कद में भले ही छोटे थे वो, पर गुणों में बहुत महान थे, सादा जीवन उच्च विचार, यही उनकी पहचान थे, गाँधीवादी विचारधारा के , वो सच्चे अनुगामी थे, आजादी की लड़ाई के वो सक्