(32) गुलाब का फूल
0(32) गुलाब का फूल
गुलाब का फूल
फूल तो सुन्दर होते हैं,
पर गुलाब तेरा जवाब नहीं।
जितना सुन्दर तू है,
शायद कोई और नहीं।
तेरी सुन्दरता कैसे बयान करूँ,
तेरी हर पंखुड़ी सुन्दरता की प्रतिमा है।
रंग कई होते हैं तेरे,
लाल,पीला,सफेद और गुलाबी।
फूलों का राजा कहलाता है,
काँटों के ऊपर रहता है।
फिर भी अपनी खुश-बू,
सबको देता है।
हवा में लहलहाकर अपनी,
खुशी प्रदर्शित करता है।
तू खुश-नसीब है,
ईश्वर के चरणों में,
प्रथम स्थान पाता है।
तेरी व्यथा ये कि,
डाल से तोड़कर तुझे,
हर माली अपनी,
चाहत मिटाता है,
मुरझा जाने पर दूर,
कहीं फेंक आता है।
और फिर नए दिन,
नई उमंग लेकर,
नया फूल खिलता है।
जो हमें खिलने की,
सीख देता है।
मधु शाहनी Oct.18.2020
Fremont California