बिटिया की विदाई
0कल तेरी बिदाई हो जायेगी,
अपनों से तू पराई हो जायेगी।...
जिस आंगन में खेली बरसों,
अब वहां आने से पहले सकुचाएगी।
आने से पहले लेनी होगी अनुमति,
और जाने की दिन तय करके आएगी।
कल तेरी बिदाई हो जायेगी...
हर छोटी बात मां को बताने वाली,
वो आपने दर्द छुपाना सीख जायेगी।
भाई बहन से जिद्द करने वाली,
खुद ही खुद को समझाना सीख जायेगी।
कल तेरी बिदाई हो जायेगी....
जो खाने बनने पर सबसे पहले भाग कर आती थी,
वो आपने पहले सबको खाना खिलाएगी।
जो पापा की आंखो का तारा थी,
वो अब बस कभी कभी दिखलाएगी।
हर निवाले में वो याद आयेगी,
तेरी हर छोटी बाते सबको बहुत रुलाएगी।
कल तेरी विदाई हो जायेगी...
