छोड़ो पुरानी बातों को
1छोड़ो पुरानी बातों को
नफरतों की आंधियां
पीठ पीछे गालियां
अरमानों का कांधा
अपनों के लफ्जों ने बांधा
जला डालो इन यादों को
छोड़ो पुरानी बातों को
जमाने का ठुकराना
झूठों का बहलाना
लोगों का नकाबी चेहरा
गैरों का आंखों पर पहरा
भूल जाओ इन यादों को
छोड़ो पुरानी बातों को
Devesh Patel
. All rights reserved.