दुनिया कहती हैं
0
दुनिया कहती हैं ये एक त्रासदी थीं
जो लोगों को बहा ले गई।
पर उसका जाना त्रासदी कम
धोखा ज़्यादा लगा।
सुबह वो संभली सी दिखती है
पर - हर शाम रुला जाती हैं
तेरे साथ होने के एहसास-भर से
उसकी आँखें भी अब नम हो जाती हैं।
S R Singh