ये जो तुम बोलते हो बार बार
0ये जो तुम बोलते हो बार बार कि दिल पर लगती हैं तुम्हारी हर बात ये करामात सिर्फ इसलिए हैं खास क्योंकि मैं दिल से लिखती हूं हर बात जो चाहे वो लिख दूं, ऐसा हुनर नही है मेरे पास मैं सोचकर नही,भावनाओ में बहकर लिखती हूं मन
ये जो तुम बोलते हो बार बार कि दिल पर लगती हैं तुम्हारी हर बात ये करामात सिर्फ इसलिए हैं खास क्योंकि मैं दिल से लिखती हूं हर बात जो चाहे वो लिख दूं, ऐसा हुनर नही है मेरे पास मैं सोचकर नही,भावनाओ में बहकर लिखती हूं मन
ये जो तुम दूसरो के साथ रहकर कर रहे हो कोशिशें,कि दूर हो जाए मेरा अकेलापन क्या मेरी बात मानोगे, अगर मान रहे हो बात मेरी तो क्या दूसरो से खुद के अकेलेपन को भरने की कोशिश बंद कर पाओगे क्या मेरी बात मान पाओगे तुम, कि कोई
क्यों जरूरी हो जाता है लोगो के साथ रहना जब लगे तुम्हे, तुम्हारे जैसे दूसरे हैं या नहीं तब जरूरी हो जाता है तुम्हारा तुम्हारे जैसे लोगो के साथ रहना। जब लगे तुम्हे, बहुत अकेले हो तुम भावनात्मक किसी से जुड़ने के लिए
जो जीना सिखाए, वो होते है सपने जो आखों से नींद उड़ा दे, वो होते है सपने जो हिम्मत को हौसला दे, वो होते है सपने जो अपने पास बुला कर खुद छुप जाए, वो होते है सपने जो जिंदगी जीने की वजह दे, वो होते है सपने जो खुद से प्यार करन
दूसरों की खूब सुनिए, उस पर मनन भी कीजिए खूब । बात जो हो अपने काम की, उसे याद भी रखिए खूब । जीवन की जंग में, इसका कीजिए खूब सदुपयोग । जीत आपकी ही होगी, कहने में नहीं कोई संकोच । महत्वाकांक्षा अपने जीवन की, रखिए खूब बढ़ा
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