Mere Papa
1पापा मेरे कितने अच्छे
कितने प्यारे-प्यारे थे
थे बड़े मितभाषी वो
आँखों से स्नेह जताते थे
हौले से मुस्काते थे
पापा मेरे .....
बैठते स्कूटर पर
चीजें दिलवाने ले जाते थे
कपड़े ,जूते ,पेन -पेंसिल और किताबें लाते थे
और यदि होती कोई गलती
जोर से डांट लगाते थे
पापा मेरे.....
पढ़ा-लिखा लायक बनाया
अच्छी सीख सिखाते थे
फिर एक दिन --
बैठाया जब डोली में
आँसू सबसे छुपाते थे
पापा मेरे....
जब जाती ससुराल से मैं तो
मूली ,करेला कभी न लाते थे
कहाँ गए अब छोड़ मुझे वो
याद बहुत ही आते हैं
पापा मेरे.....
Dedicated to
My papa
Dedication Summary
Papa ka sneh bandhan anokha hota hai .jab vo hume chhod ker chale jate hai to unki kami bahut khalti hai