बगिया में
1बगिया में उस दिन जब तुझको देखा बगिया में उस दिन जब तुझको देखा दिल अपना तुझे दे आया ओ... दिल अपना तुझे दे आया न जाने कौन सी गलियों का न जाने किन-किन कलियों का मैं दिल तोड़ आया हो..... मैंने दिल तोड़ आया बगिया में उस दिन जब
बगिया में उस दिन जब तुझको देखा बगिया में उस दिन जब तुझको देखा दिल अपना तुझे दे आया ओ... दिल अपना तुझे दे आया न जाने कौन सी गलियों का न जाने किन-किन कलियों का मैं दिल तोड़ आया हो..... मैंने दिल तोड़ आया बगिया में उस दिन जब
Lachak rahi phoolon ki daali, paani seench raha hai maali. titali bhaunre jhoom rahe hain, chhalak rahi chanda ki thaali. Daali ke phoolon ko dekho, todo nahin na inko phenko, hansna inse seekho bachchon, bhara hua mann nahin hai khali. Kitane sundar pyare phool, chaaron taraf unke shool. lal gulaabi safed peele, kaliyon ki umar hai baali. Prem se inse milna seekho, bachchon inse khilna seekho, sugandh ude tan mann bheeg, mahak rahi saurabh ki pyali.
खिले हुए फूलों से करते सभी लोग हैं प्यार, निकट रखा करते सीने के इन्हें बनाकर हार। इनका मोहक रूप जगाता मन में नव उल्लास, और गंध से होता अनुपम सुख का भी आभास। देवों के सिर इन्हें चढ़ा हम जतलाते आभार, छुपा हर्ष मन का बत
फूल और घास ___________________ खिले घास के ऊपर देखो कितने सुन्दर फूल, इन्हें देख लगता जीवन में सब कुछ ही अनुकूल। भूल सभी दुःख जाते हैं हम इन दोनों को देख मिट जाती मस्तक ऊपर से चिन्ताओं की रेख। देख देख कर हरी घास को शीतल होती आँख
कैसे तनकर खड़ा इठलाता सुंदरता पर बड़ा इतराता पानी के अंदर लहराता राष्ट्र का अभिमान कमल सबके मन को खूब लुभाता कीचड़ में भी अस्तित्व बनाता संस्कृति की पहचान कराता राष्ट्र का अभिमान
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