गांव की हाट
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गाँव की हाट
देखो लगी गाँव की हाट
रोज रोज ना लगती हाट
जगर मगर ना शहरो जैसी
बिछे चादरा बोरा टाट
आस -पास की पैदावार
हरी भरी सब्जी के ठाट
खाने पीने का सामान
मूंगफली गुड़ इमली चाट
खेल खिलौना चकरी डोर
हसिया खुरपी मिलती खाट
जोकर नट के जादू खेल
बच्चे जोहें झूला वाट
Dedicated to
सभी बाल काव्य प्रेमियों को
Dedication Summary
गांव की हाट की जानकारी पाठको को भाएगी।