हो कर मुशक पर सवार, बप्पा चले भक्तों के द्वार......! ढोल ताशे की धून पर, नाचे सारा हिंदुस्तान...........! उड़ा कर अबीर गुलाल, करी फूलों की बरसात.........! हर नर नारी यही कहे, बप्पा पधारो हमारे द्वार........! भोग लगाकर मोदक का, करनी है सेवा
gannu ganpati vighnharta ladoo modak unko arpit shish jukhakar aaj ham kare kuch pusahp samarpit manokamnao ka sagar sansar bhar ki puri kar do aaj iss awasar par sharan apni le lo dukhharta sukhkarta prabhu vighan sare dur kar do samradhi se iss jag me khushiyo se jholi bhar do kamna rahe na koi itna ashirvad do sankat sare iss jag ke gajanan har lo
विघ्नहर्ता हैं वो प्यारे बप्पा हैं वो हर साल आते हैं वो खुशियाँ लुटाते हैं वो मूषक सवारी हैं सूरत भी प्यारी है देवों के देव महादेव के हैं लाडले माँ पार्वती के हैं राजदुलारे लड्डू बहुत ही भाते हैं बड़े चाव से खाते
तू ही तू गणपति बाप्पा मोरया। ............. माटी से बना तू , माटी में मिला तू। किसकी भक्ति तो , किसीकी रोटी तू विश्वास का जरिया, हर साल की आस तू। मांगे तो सब तेरा, मेरा मुझमे तू ही तू। जगत में रहता नाम तेरा, दिल में मेरे तू ही तू ,
गणपति जी हैं सबके प्यारे, शिव गौरा के राजदुलारे, भोली और प्यारी सी सूरत, सवारी बने हैं उनकी, मूषक मोदक उनको बहुत हैं भाते, बड़े प्यार और चाव से खाते, देवों में वह देव हमारे, सबसे पहले उनकी पूजा करते हैं सारे, रिद्धि सि