भगवान तू चाहता है क्या?
0भगवान तू चाहता है क्या? ये ना कोई बता सका। मंदिर पूजा,मस्जिद पूजा कहीं ना तुझको पा सका बहुत चढ़ाए फल मेवे पर तू तो कुछ ना खा सका माथा पटका,शीश झुकाया शायद ना तुझको भा सका भगवान तू चाहता है क्या? ये ना कोई बता सका । कोई
भगवान तू चाहता है क्या? ये ना कोई बता सका। मंदिर पूजा,मस्जिद पूजा कहीं ना तुझको पा सका बहुत चढ़ाए फल मेवे पर तू तो कुछ ना खा सका माथा पटका,शीश झुकाया शायद ना तुझको भा सका भगवान तू चाहता है क्या? ये ना कोई बता सका । कोई
वो भगवान ही तो हैं, जो हर मुश्किल से बचा लेते हैं वो परमपिता परमात्मा ही है, जो हर पल हमारे साथ है लगता है बहुत बार, अगर ये अनहोनी हो जाती, तो क्या होता उस अनहोनी से बचाने, वो सर्वशक्तिमान, तारणहार है हां मेरे, हम सबके
ऐसा तु मेरा खुदा है ढूढू तुझे मैं कहा ना कोई तेरा पता है ऐसा तु मेरा खुदा है ऐसा तु मेरा खुदा है होऊ तुझसे खपा कैसे सारे जहा मे तु समाया यहां है रहता कहा है ना कोई तेरा पता है ढूढू तुझे अब मैं कहा रहता तु कहा है ना कोई
अल्फाज़ नहीं हैं पास मेरे, कैसे मैं तारीफ करूँ तेरी, ऐ ख़ुदा। आसमां से लेकर जमीं तक, जिधर नज़र फेरूं तू ही तू है खुदा। मिलती है खुदा की रहमत, बन्दों से क्या मांगे ? हाथ मेरे ऊपर उठें, तेरी दुआ मांगने के लिए। मेरी नज़र सदा
** मेरे खुदा ** ** ** ** ** ए मेरे खुदा तू मुझे अब इस दुनिया से उठा ले अब ना बचा कुछ मेरे पास के तू अपना कर्ज़ चुका ले मैं खुद से क्या मांगू मैं तो तुझे ही खुदा मानता हूं क्या दुआ करूं किसी से मैं तो तुझे ही दुआ मानता हूं माना क
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