कुछ बातें कुछ यादें
0आते हैं जाते हैं ये साल कुछ बातें कुछ यादें दे जाते हैं कुछ सफर जुड़ते हैं कुछ छूट जाते हैं कुछ टिस ,कुछ आस कुछ प्रयास बन जाते हैं कुछ कड़वी कुछ मीठी बातें बन जाते हैं कभी सफर का अंत तो कभी मंजिल बन जाते हैं कुछ चीजें र
आते हैं जाते हैं ये साल कुछ बातें कुछ यादें दे जाते हैं कुछ सफर जुड़ते हैं कुछ छूट जाते हैं कुछ टिस ,कुछ आस कुछ प्रयास बन जाते हैं कुछ कड़वी कुछ मीठी बातें बन जाते हैं कभी सफर का अंत तो कभी मंजिल बन जाते हैं कुछ चीजें र
हमने सोचा था बदलेंगे न्यू ईयर में।बदल ना सके हम कई वर्ष में।। बुरी आदतों को लपेटे हुए।जी रहे हैं नए वर्ष में।।हम करते प्रतिज्ञा नए वर्ष में।छोड़ देंगे बुराई नए वर्ष से।।छूट पाए क्या हमारी बुरी आदतें।बीत गए दिन
नये वर्ष का हम करे सादर आमंत्रण, खुले दिल से हम करे आदर संभाषण. मुश्किलों से साल 21 काटे हम सबने, बंद दीवारों में डर के पैमाने नापे हमने. कोरोना वायरस काल था मुश्किल बड़ी, दरवाजे पर दस्तक आती थी घड़ी घड़ी, वजूद हमारा थ
नया साल ढेर सारी खुशियां लेकर आए, गमों की परछाई आपको छू तक ना पाए, खुशियों से जगमगाए आंगन आपका, नए साल में आप यूं ही मुस्कुराए... राजनीति से भ्रष्टाचारी दूर हो जाए, गरीबों को मेहनत की रोटी मिल पाए, बेईमानों का हो अब मु
मेरी ओर से 2021 में आगमन के लिए आप सभी साथियों को नववर्ष का हार्दिक अभिनंदन!अपनी एक रचना के साथ.... नववर्ष मंगलमय हो!! ::::::::::::::::::::::::::::: 1.पुरातन वर्ष के क्षितिज पर कोरोना काल के कपाल पर, प्रभु यह वर्ष ,नव वर्ष हो ! नव वर्ष मंगलमय
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