24 -Aug-2019 Kirti Srivastav Hard Work Poems 0 Comments 568 Views
Mehanat se na ghabrana, achchhe kaam karte jana. mehnat ka fal hota meetha, prem se isako chakhte jana. Kaante mile jo rahon mein, tum inse na darr jana. manjil par pahunchna ho to, har mushkil se lad jana. Log lagayenge pahare kai, tum dushman ko maat de jana. andhera bhi jhook jayega, tum rahon par badhte jana.
वक्त वक्त का घाव यह ऐसे न मुरझाएगा उत्पन्न उस पीड़ से मन कच्चोटता रह जाएगा कदम कदम फूंक कर अंगारों पर रखा जाएगा हर पड़ाव पर खुद को सशक्त निखारा जाएगा बुलंदियों को छूने के लिए आसमां कम पड़ जाएगा जब जब हौसलों का हाथ था
03 -Nov-2018 अशोक कुमार ढोरिया Hard Work Poems 0 Comments 2,384 Views
एक किसान था बहुत बूढा लेकर बैठा था वो मूढा। पुत्र थे उसके अपने चार थे सब के सब बेरोजगार। आपस में लड़ते थे भाई करते नहीं थे वे समाई। किसान ने नसीहत लगाई कुछ काम करो मेरे भाई। बेटों को बात समझ आई तभी उन्होंने फाली उठा
ना सर्दी की, ना गर्मी की, ना बरसात की परवाह भारत का किसान करता हैं ! यह तो बस एक ही मेहनत की लगन पर हो सवार, खेतों में डटा रहता हैं ! बोता हैं बीज आशा कें, फसल उगनें से लहरानें तक लगा देता अपनी जान हैं ! देश की आन, बान, शान य
अब चलो उठो कुछ काम करें हम आलस में जीवन बिताना बहुत हो चुका । कब तक बैठे हाथ पे हाथ रखकर व्यर्थ समय बर्बाद करना बहुत हो चुका। कड़ी मेहनत से कब तक भागेगे हम बिन काम खाली बैठना बहुत हो चुका । भाग्य भरोसे जीवन बिताये क