Humare shikshak
1शिक्षक देते हैं हमें दीक्षा,
कभी कभी लेते हैं वो हमारी परिक्षा।
कि कर सकें हम अपनी समीक्षा,
न होने दें व्यर्थ उनकी दीक्षा।
ऐसी होती है उनकी शिक्षा।।
शिक्षक सिखलाते हमें ज़िन्दगी जीने का तरीका,
दुनिया करे अपनी बंदगी, आ जाए वो सलीका।
फ़िर भी हो न अहंकार की गंदगी, सिखलाते वह तरीका;
न हो विचारों की मंदी कभी,
सदा चलें नेक राह पर एकत्रित सभी।
ऐसी रहती है मंशा हमेशा,
न डीगे अपनी राह से, बढ़ते रहें आगे हमेशा।
ऐसी होती है कोशिश , एक शिक्षक की हमेशा;
लोहा माने यह दुनिया जिसका हमेशा।
करें मान सम्मान, न होने दें किसी बच्चे, बूढ़े या स्त्री का अपमान, शिक्षा रहती है उनकी हमेशा।।
नमन करते बारंबार,
शिक्षक, मात-पिता का हरबार।।।