कसम वतन का
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जयहिंद जयहिंद जय माँ भारती , दे कसम वतन का है माँ पुकारती .
है धन्य वो जवान जवानी जो कर दे निशार
चढ़ रणकी वेदी अरिपर करता रहे वार
माँ उस वीर को है पल पल दुलारती
दे कसम वतन का है माँ पुकारती ....
हो शहीद अमर बने कण-कण में अचल रहे
शैलाब हो तूफ़ान का पर पथ पर अटल रहे
राह उस सिंह का जन्मभूमि निहारती
दे कसम वतन का है माँ पुकारती ........
शौर्य रीति अटल प्रीत का तिरंगा तेरा नाम है
ये जमी और आसमा अगणित करता सलाम है
उठे शीश गर्व से है हम सब भारतीय
दे कसम वतन का है माँ पुकारती ...............
जयहिंद जयहिंद जय माँ भारती
दे कसम वतन का है ,, माँ पुकारती