बच्चो की परिभाषा
1नमस्कार, नमस्ते मित्रो, छोटे-छोटे प्यारे-प्यारे नन्हे मुन्ने राज दुलारे, जो हैं अपने माता-पिता की आंखों के तारे। ये वो नन्हे फूल है जो लगते भगवान को प्यारे, इनके बिना परिवार लगते आधे-अधूरे सारे। इन मासूमो के लिए क
नमस्कार, नमस्ते मित्रो, छोटे-छोटे प्यारे-प्यारे नन्हे मुन्ने राज दुलारे, जो हैं अपने माता-पिता की आंखों के तारे। ये वो नन्हे फूल है जो लगते भगवान को प्यारे, इनके बिना परिवार लगते आधे-अधूरे सारे। इन मासूमो के लिए क
भालू आया भालू आया ठुमक ठुमक कर भालू आया। पैर घुंघरू बांध कर आया खेल तमाशा करने आया। भालू आया भालू आया संग मदारी उसके आया। सब का मन बहलाने आया सब बच्चों ने शोर मचाया। भालू आया भालू आया नाच नाच के खेल सजाया। सब बच्चो
सरकस का था काला भालू नाम था उसका झबरू कालू सबको प्यारा नाच दिखाता खाता था वह मीठे आलू। जैसा मिलता वह खाता था बंद पिंजरे में पाता था दिखा खेल तमाशा गजब का नींद चैन की वह सोता था। जोकर बोना उसका याड़ी उसके सह करता खिल
देखो कितना समय हो गया अब तो जागो मुन्नी, उठो नहाओ और पहन लो अपने कपड़े चुन्नी। विद्यालय जाकर तुमको है ध्यान लगाकर पढ़ना, अपना काम समय पर करना नहीं किसी से लड़ना। समय न खोया जिसने अपना वही बढ़ा है आगे, आलस करने वालो
छ्त से उतरा बंदर भूखा . खाना था बस रूखा सूखा . बंदर जी का दिल ललचाया . खाना खूब दबा कर खाया . लगा तड़फने कोई आओ . पेट दर्द की दवा दिलाओ . डॉक्टर भालू भागा आया . नब्ज देख उसको धमकाया . पहले उल्टा पुल्टा खाते . फिर तुम पेट पकड़ च
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