मैं कान्हा मैं मोहन..
0मैं कान्हा मैं मोहन....!! मैं नटखट मैं गोपाला.! मैं कान्हा मैं माखनचोर.!! मैं देवकी पुत्र मैं यशोदा नंदन.! मैं वासुदेव मैं नंदकिशोर.!! सूरत मेरी भोली भाली.! चंचल चितवन मीठी वाणी ठोर.!! मैं गिरधारी मैं बनवारी.! मैं मोहन कहते
मैं कान्हा मैं मोहन....!! मैं नटखट मैं गोपाला.! मैं कान्हा मैं माखनचोर.!! मैं देवकी पुत्र मैं यशोदा नंदन.! मैं वासुदेव मैं नंदकिशोर.!! सूरत मेरी भोली भाली.! चंचल चितवन मीठी वाणी ठोर.!! मैं गिरधारी मैं बनवारी.! मैं मोहन कहते
Tumak tumak chale chote khanhaiya Gwala ka rup dhare khanhaiya Natakhat makhan churate khanhaiya paijanya pairo me bandhe khanhaiya mata ke ye dulare khanhaiya Trilok swami khanhaiya Yashoda ke nandlala khanhaiya Basuri roj bajaye khanhaiya Nit naye roop dikhave khanhaiya More mukut lagaye khanhaiya Swaran mukh mandal khanhaiya Sabke dulare krishna khanhaiya
जन्माष्टमी पर एक लघु प्रयास कान्हा कन्हैया नटखट चितचोर मैया के आँगन की शोभा बढ़ावे । शीश पे मोर पंखी का सुंदर ताज धर सबके नैनो को बहुत सुख पहुँचावे । नन्हे नन्हे पाँवो से कर अठखेलियाँ मुख पे माखन लगा श्याम इतराव
कान्हा तेरे वियोग में हम तो अँसूवन बहाते है। पनघट तट पे बाट निहारे राह तुम्हारी जोहते है। पनघट सूना सूनी गलियाँ चैन हमारा खोवत है । सावन बीता झूले सूने मधुवन भी अब रोवत है मुख पे छाई हमरे उदासी मनवा स्वप्न
श्री कृष्ण सहारा है गोविंद सहारा तेरा है ये जग दो दिन का मेला है दुनिया बस रैन बसेरा है तेरे बिन मेरी हस्ती क्या बिन तेरे जीवन बस्ती क्या दिल मे बस तेरा डेरा है बिन तेरे घोर अंधेरा है तू मेरा है दिल तेरा है .....गोविंद
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