कुछ गलती लोगो की थी कि तुम्हे मौके कम मिले
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कुछ गलती लोगो की थी कि तुम्हे मौके कम मिले पहले
कुछ गलती तुम्हारी भी है, जो अपनो पर पाबंदी लगा रही हो
वैसे गलती तुम्हारी भी नहीं नारी, तुम भी तो रोज कितने हादसे होते देख रही हो
कर सको तुम तो ये काम सबसे पहले करना नारी
चूल्हा चौका बाद में, बेटियो को आत्मरक्षा सिखाना, आत्मनिर्भर पहले बनाना नारी
समानता में पहला कदम भी तुम बढ़ाना नारी, बेटो को भी रोटी बनाना सिखाना नारी
लड़े अगर बेटी सही बात पर तो लड़ने देना
रोए अगर बेटा किसी बात पर, तो उसे रोना देना
आखिर दोनो इंसान है नारी, बेटा बेटी समान हैं नारी
और सबसे आखिर में, अपने सपनो को पंख देना कभी मत भूलना नारी। मेघा रघुवंशी