कुछ खास तो नही
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कुछ खास तो नही, पर मेरे बचपन का प्यार हो तुम डायरी
एक ऐसा सफर जो आगे बढ़ता ही रहता हैं
उस सफर के किस्सों का हिसाब हो तुम डायरी
शायद मेरी सबसे प्यारी दोस्त
सुख-दुख में सबसे पहली याद हो तुम डायरी
तुम हो तो सब सही लगता हैं
मेरी खुशियों का राज हो तुम डायरी
मेरी सफर की दास्तां में हमजोली
मेरी हमसफर हो तुम डायरी
और क्या लिखूं तुम्हारे बारे में
मेरे व्यक्तित्व का संपूर्ण नमूना हो तुम डायरी। मेघा रघुवंशी