जरूरी तो नहीं
0हां मुझे गर्व है, मैं बिहार हू बुद्ध का पावन धरा हूं मैं अशोक का पुकार हूं चाणक्य का नीति हूं मैं विक्रमशिला ज्ञान भण्डार हूं राजेन्द्र का सोच हूं मैं प्रथम राष्ट्रपति आधार हूं हां मुझे गर्व है ,मैं बिहार हूं । दि
हां मुझे गर्व है, मैं बिहार हू बुद्ध का पावन धरा हूं मैं अशोक का पुकार हूं चाणक्य का नीति हूं मैं विक्रमशिला ज्ञान भण्डार हूं राजेन्द्र का सोच हूं मैं प्रथम राष्ट्रपति आधार हूं हां मुझे गर्व है ,मैं बिहार हूं । दि
सुना है बड़े मकान है तुम्हारें इस शहर में। सब मकान ही है या कोई घर भी है उनमें।।1।। इक भी हरा पत्ता ना है बागों के शज़र में। तभी तो परिन्दें उड़ कर गए दूर गगन में।।2।। मैं ग़लत हो सकता हूँ तुम्हारी यूँ नज़र में। गर खुश हो त
Saari Khushiyan Chali Gayi Jab Se Gaya Hai Tu Ek Tera Khayal Hi Hai Jo Dil Se Kabhi Gaya Nahi Mang Leta Khuda Se Tumhe Apni Duaon Me Pyaar Tumko Magar Mujhpe Kabhi Aaya Nahi Naadaan Tha Jo Mai Tumse Dillagi Kar Baitha Chahat Ka Koi Bhi Sila Maine Kabhi Paya Nahi Bhigne Laga Jahan Bhi Aaj Ishq Ki Barsat Me Koi Pyar Ka Baadal Mujhpe Kabhi Chaaya Nahi Tumko Talash Kyu Karu Zameen-O-Asmaan Pe Koi Jagah Aisi Nahi Jahan Tu Nazar Aaya Nahi Ab Khauf Kahan Andhi Ka Dil Ke Charaghon Ko Hai Ab Talak Ye Bujha hua Koi Ise Jalaya Nahi
आज बारिश ने दिल में फिर लाया तूफान है... न जाने कैसा मौसम कैसी रुत आई है.. गरजे बदरा चमके बिजरी एक धुंध से छाई है.. मन के अंदर उठता गिरता प्रेम का उफान है... आज बारिश ने दिल में फिर लाया... इक पल में उठे ज्वार सा फिर भाटे सा ग
हम भी जी लेंगे। अकेले रहे तो क्या हुआ हम भी जी लेंगे तुम साथ ना रही तो क्या हुआ हम अकेले ही जी लेंगे। तुम कहा करती थी कुछ कर दिखाना है कुछ करने के बहाने ही जी लेंगे। अब बातें नहीं होती तो क्या हुआ हम बिना बात किए ही जी
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