*********ग़ज़ल******** By Parmanand Kumar कुछ तो बात है तेरी सादगी में सनम वरना हम भी तुम्हारे ना होते कभी ------- कुछ तो बात है तेरी सादगी में सनम वरना हम भी तुम्हारे ना होते कभी.... -------- ना होते कभी.... ना होते कभी कुछ तो बात है तेरी सादगी में सनम.
25.10.2020 6th Poem अंधरा ठाढ़ी Peet me Not Leave एक अंतर्राष्ट्रीय काव्य मैराथन शृंखला में भाग लेने हेतु श्री Devanand Mishra सर(शिक्षक एवं लेखक) द्वारा मुझे नामित किया गया है/ह्रदय से आभार सर का/ इस मैराथन में कविताओं का विभिन्न भाषाओं में अन
लाख समझो मुझे तुम खिलौना कोई.. पर मुझे है शिकायत न शिकवा कोई.. याद आते हो क्यों ये पता भी नहीं.. हो हकीकत में तुम या हो सपना कोई.. छोडकर चल दिए साथ तुम इस तरह.. दोस्ती अपनी हो जैसे खिलौना कोई.. तुम मिले और मिलकर बिछड़ यूं ग
12 -Jan-2021 Vishal मिश्रा Love Poem 0 Comments 22 Views
मुस्कुराते हैं_________ तेरी बात करके उन हसीं_______ लम्हों को याद करके अरे लानत हो _______ ऐसी जिंदगी पे जो जीत जाए___ इश्क़ को मात करके देख तेरे बगैर ही__________ जी रहे हैं हैरां है हम ________ ये करामात करके अभी ही उठे हैं________ सजदे से हम ते
07 -Jan-2021 Vishal मिश्रा Love Poem 0 Comments 75 Views
उनसे मोहब्बत हम करके देखेंगे इश्क़ मौत है अगर तो मर के देखेंगे एक मुद्दत से आंखें तरस रही है मुलाकात हुई तो जी भर के देखेंगे अपनी आंखों में दरिया लिए फिरती है ऐसा है तो हम उसमें उतर के देखेंगे सुना है बाहों में फ़ि