Aap Kyon Muskurane Lage
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आप अपनी नज़रें
क्यूँ हमसे चुराने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
देखकर आपको हम
क्यूँ नज़रें झुकाने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
नाम से तेरे होठों में
क्यूँ हंसी को छुपाने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
अपनी ही बाँहों में
क्यूँ हम आज आने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
आँखों की गहराई से
क्यूँ दिल में समाने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
तसव्वुर से अपने हमें
क्यूँ आप ही उठाने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
तन्हाइयों में रात की
क्यूँ सपनों में आने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
महफिलों में दोस्तों की
क्यूँ सब अनजाने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
आईने से आप मेरी
क्यूँ आँखों में छाने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
भूलना जो चाहें आपको
क्यूँ और याद आने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
नाम से आप के हम
क्यूँ आंसू बहाने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
जाती हवाओं को हम
क्यूँ साँसे गिनाने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !
आप मेरी ईद के
क्यूँ चाँद नज़र आने लगे हैं
आप क्यूँ मुस्कुराने लगे हैं !