दिन भर हमारे लिए ख़ुद को निढाल करती हो, मां, तुम भी ना, कमाल करती हो स्कूल ना जाने के लिए मेरे बहाने झेलना, पापा के लिए सुबह की चाय उड़ेलना एक ही वक्त़ में सबको कैसे ख़ुश करती हो मां, तुम भी ना, कमाल करती हो। _ अच्छा दिख
दिल में जो होता हैं मैं तुम्हें कहा बता पाता हुँ तुझे कितना चाहता हुँ ये कहा जता पाता हुँ माँ! तु क्या हैं मेरे लिए मैं तुम्हें कहा समझा पाता हूं पीट के मुझे चुप कराती तु हैं मैं रूठता हुँ तो मनाती भी तु हैं चोट अगर
भले ही आपके हो कितने सारे यार पर पूरी दुनिया में कोई नहीं करता आपको मां से ज्यादा प्यार मां ही है जिसने आपको दिया है आपका आधार वही है जो रात रात जागी जब था आपको बुखार वही है जिसने आपको दिए है संस्कार वही है जो आपका क
So kar Khud gile me sukhe me hume sulati h Aaye hassen supne hume is liy meeti loriya gati h choti si musibat ki aahat ko humari or aata dekh Wo humare liy us rab se bhi bheed jati h Jab kabhi ho uncaha dard hume Us pal Humari juban par maa hi aati h Sataye jab bhi koi marz Ek maa hi h is dooniya me jo us pal hume samjh pati h Mahfuz rakhti h is dooniya se hume apni banho me muskan dekh kar humare cehre par wo sare gam bhol jati h Uksi Aah nikal jati h ek choti si chot par humari Tab hi to maa is dharti par janat kahlati h Ho jaye jo deri kabhi
तुझे कुछ होने पर जिसका कलेजा छलनी हो जाता वो होती है माँ खुद जमीन पर सोकर तुझे अपनी बिस्तर पर सुला दे वो होती है माँ खुद कितनी भी तकलीफ में हो बस तुम्हे देखकर मुस्करा दे वो होती है माँ खुद कितनी भी भूखी हो लेकिन तुम