Aapke Kya Kahane
0।। आपके क्या कहने।।
जीत गये सरकार आपके क्या कहने!
और गये सब हार आपके क्या कहने!
कहीं किसी ने दारू पीकर वोट दिया
और किसी को खूब आपने नोट दिया।
गुण्डों के सरदार आपके क्या कहने!
अब हो जय-जयकार आपके क्या कहने।
जाति-धर्म के नारे देकर लड़वाया
कनपटियों पर कहीं तमंचा रखवाया
कहीं जताया प्यार आपके क्या कहने!
खोले संसद-द्वार आपके क्या कहने!
Ramesh Raj
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