Naya Raksha bandhan
0रक्षा का बंधन है बांधा, बहन ने भाई के हाथो पे । आजा भाई तू भी इक धागा, आज बांध दे मेरे हाथो पे । जैसे तू रक्षा को मेरी, सदा ही तत्पर रहता है । मेरी भी ऑखो मे सपना, तेरे शुभ का ही सजता है । जब भी तू मुझे पुकारे, साथ सदा ही पा
रक्षा का बंधन है बांधा, बहन ने भाई के हाथो पे । आजा भाई तू भी इक धागा, आज बांध दे मेरे हाथो पे । जैसे तू रक्षा को मेरी, सदा ही तत्पर रहता है । मेरी भी ऑखो मे सपना, तेरे शुभ का ही सजता है । जब भी तू मुझे पुकारे, साथ सदा ही पा
राखी का त्यौहार आया राखी का त्यौहार, लाया खुशियों का उपहार नहीं ख़ुशी का पारावार, एक नहीं तुम गिनों हज़ार राखी बने कलाई हार, भाई दे अनुपम उपहार बहिना भाई बिना उदास, भाई बहिना बिना निराश बहिना मांगे भाई प्यार, बंधन के
आया सावन का महीना वर्षा की फुहार संग लाया भाई बहन के प्यार का त्योहार रक्षाबंधन आया संग खुशियों को लाया राखी रोली और मिठाई से सज गई थाली बहना की करती प्रार्थना वह ईश्वर से आज दे देना तुम सारी खुशियाँ इस जहां की मे
कभी-कभी सोचती हूँ मैं कितना बदल गए हैं हम नया साल, दिवाली ,होली रक्षाबंधन सब ई -मेल पर बहन ने राखी भेजी ऑनलाइन भाई ने उपहार भेजा ऑनलाइन अब कहाँ समय है रिश्तों के लिये कहाँ बांधती राखी अब बहना भाई की कलाई पर रोली ,टीक
सावन में पड़ रही फुहारें मन्द मन्द धरती मुस्काई, पूनम का जब चांद खिला तो प्रेम - सूत्र ले राखी आई। यह त्यौहार बड़ा ही पावन ग्रन्थों ने है महिमा गाई, भाई और बहन का नाता रखता है निर्मल गहराई। घर घर में है लहर खुशी की ब
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