सुबह की नर्म धूप में.....!!!
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सुबह की नर्म धूप में,
मन यही कहता है.!
कहीं से आ जाए वो,
जिसका इंतजार हमें रहता है.!
बातें हो प्यार भरी,
और थोड़ी सी शरारत हो.!
जिंदगी की उलझनों में,
थोड़ी सी तो राहत हो.!
बैठे हों हम साथ साथ,
और कहे वो आज कितनी सर्दी है.!
चाय के प्याले से उठते धूएं में,
पुछे की चाय कितनी मीठी हो.?
वक्त गुजर जाए कुछ ऐसा,
यही दिल की ख्वाहिश है.!
सर्दीयों के इस मौसम में,
उनके बगैर तन्हाई है....!!!
Pravin........