Gyan Ka Deep Jalati Madam
1शिक्षक
अ आ इ ई हमें पढाकर
ज्ञान का दीप जलाती मैडम।
बात कभी बिगडी हम रोये
पल में हमें हंसाती मैडम।।
सैर कराती दुनिया भर का
कई कई राग सुनाती मैडम।
घर बैठे दुनिया दिखलाती
बिगडी बात बनाती मैडम।।
दो और दो है चार बताती
दुश्मन यार बनाती मैडम्।
कभी हमें है डांस सीखाती
कभी है नाच नचाती मैडम।।
देश के सब त्यौहार बताती
हर मौसम समझाती मैडम।
सदा बडों का आदर करना
ऐसी बात बताती मैडम।।